जब लोग अपने हकों के लिए आवाज उठाएं, तो उनको धार्मिक मामलों में उलझा दो।वो मुद्दों में भटक जायेंगें और भावनाओं के बीच उलझ कर अपने हक़ भूल जायेंगे।नेपोलियन
0Tarksheel Adda
जब लोग अपने हकों के लिए आवाज उठाएं, तो उनको धार्मिक मामलों में उलझा दो।
वो मुद्दों में भटक जायेंगें और भावनाओं के बीच उलझ कर अपने हक़ भूल जायेंगे।