चावदार तालाब क्रांति दिवस (20 मार्च 1927)
बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की अगुवाई में आज के ही दिन महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ ज़िले के महाड़ स्थान पर चलाया गया यह आंदोलन अछूतों दलितों को सार्वजनिक तालाब से पानी पीने और इस्तेमाल करने का अधिकार दिलाने के लिए किया गया। उस वक़्त हिंदुओं के धर्म स्थानों , कुओं और तालाब पर कुत्ता-बिल्ली, गाय-भैंस और गधे जैसे जानवर तो पानी पी सकते थे, लेकिन उसी तालाब से एक (अछूत) मनुष्य को पानी पीने की मनाही थी। चाहे वह प्यास से मर ही क्यों न रहा हो। यह भेदभाव की इंतहा थी। इस सत्याग्रह में दलितों की भारी संख्या के कारण सवर्ण हिंदू चाह के भी किसी को रोक ना सकें। तालाब पर पहुँच कर सभी ने उसका पानी पिया। उनके जाने के बाद तालाब अशुद्ध होने की बात कहकर ब्राह्मणों ने तालाब के पानी को शुद्ध किया।