शिक्षित होने का मतलब
उत्पीड़नकारी व्यवस्था में ही अपनी एक जगह बना लेना नहीं, बल्कि मनुष्य बनना है और पूर्णतर मनुष्य तभी बना जा सकता है जब अमानुषिक बनाने वाले उत्पीड़नकारी यथार्थ को बदला जाए।
पाओलो फ्रेरे
उत्पीड़नकारी व्यवस्था में ही अपनी एक जगह बना लेना नहीं, बल्कि मनुष्य बनना है और पूर्णतर मनुष्य तभी बना जा सकता है जब अमानुषिक बनाने वाले उत्पीड़नकारी यथार्थ को बदला जाए।
पाओलो फ्रेरे