"सिर्फ प्राण निकलने पर ही मौत नहीं होती,
बल्कि वो भी मरे हुए हैं,,जो अपने हक-अधिकार खामोशी से खत्म होते हुए देखते हैं। "
~मान्यवर कांशीराम साहब 🙏
जो लोग तुम्हारे हाथ का छुआ पानी तक नहीं पीते वह तुम्हारा वोट लेकर संसद में तुम्हारे हक के लिए क्या खाक लड़ेंगे!!
- मान्यवर कांशीराम साहब
राजनीति चले न चले सरकार बने न बने सामाजिक परिवर्तन की गति किसी भी कीमत पर रुकनी नहीं चाहिए।
मान्यवर कांशीराम
मान्यवर साहब कांशीरामजी कहते थे कि
ऊंची जातियां हमसे पूछती हैं कि हम उन्हें पार्टी में शामिल क्यों नहीं करते, लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि आप अन्य सभी दलों का नेतृत्व कर रहे हैं। यदि आप हमारी पार्टी में शामिल होंगे तो आप बदलाव को रोकेंगे।
मैं गांधी को शंकराचार्य और मनु (मनु स्मृति के) की श्रेणी में रखता हूं जो उन्होंने बड़ी चतुराई से 52% ओबीसी को किनारे रखने में कामयाब रहे।
मान्यवर कांशीराम