1. अपनों से मत लड़ो, बल्कि अपने हक़ व अधिकारों के लिए उन लोगों से लड़ो जो तुम्हारे अधिकारों पर कब्जा किए बैठे हैं।
मान्यवर कांशीराम
2. जब तक दबे कुचले लोगों में आपस में भाईचारा नहीं होगा, तब तक उन्हें अपने शोषण और दमन के लिये दूसरों को दोष देने का कोई हक़ नहीं है। -
मान्यवर कांशीराम
3. अगर जिंदगी में हम पीछे रह गए है तो इसके पहले दोषी हम खुद है, कोई दूसरा बाद में है।
मान्यवर कांशीराम