इस्मत चुग़ताई के विचार

औरत बेवा हो जाती है तो उसकी चूड़ियाँ तोड़ दते हैं। मर्द की घड़ी या ऐनक या हुक्का तोड़ने का कभी किसी को ख़याल न आया।

इस्मत चुग़ताई


जहां ग़रीबी होती है वहीं अज्ञानता के घोड़े पर धर्म के ढेर बजबजाते हैं।

- इस्मत चुग़ताई

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.