मुख्यपृष्ठकविताएंसंपत सरल की कविताएं संपत सरल की कविताएं 0 Tarksheel Adda समाज में बदलाव क्यों नही आता? क्योंकि गरीब में हिम्मत नहीं, मध्यम को फुर्सत नहीं और अमीर को जरूरत नहीं, ~ सम्पत सरल Tags कविताएं और नया पुराने